गमकती यादें ..../ हाइकु
>> Wednesday, 12 December 2012
यादों की झड़ी
खुशी - गम का साया
आँखों से झरी ।
सुकून मिला
तेरी यादों का टेसू
गमक गया ।

यादों के घेरे
तुम जैसे सम्मुख
बंद थीं आँखें ।

अमलतास सा
खिला तेरा चेहरा
यादों में बसा ।
कब भूली मैं
पल -पल बिताया
साथ सँजोया ।
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