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तिरसठ की चाह में छतीस साल ( हाईकू )

>> Sunday 5 February 2012

 

छत्तीस साल 
किया समायोजन 
बीत ही गए |


सोचती हूँ मैं 
छत्तीस का आंकड़ा 
फिराए पीठ |


बीता समय 
तिरसठ की चाह 
मुक्कमल हो |


आगे का वक्त 
समन्वय करते 
गुजारें हम |

77 comments:

kshama Sun Feb 05, 06:04:00 am  

Waqayee aisa ho sakta hai....?

डॉ. मोनिका शर्मा Sun Feb 05, 06:19:00 am  

बहुत सुंदर,अर्थपूर्ण हाइकु ,

स्वाति Sun Feb 05, 07:54:00 am  

ummid par duniya tiki hai..jha chah whaa raah...sundar haaiku...

प्रवीण पाण्डेय Sun Feb 05, 08:03:00 am  

गहरा उतरता शब्दों का सीधापन..

रचना दीक्षित Sun Feb 05, 08:16:00 am  

हायकू के माध्यम में इतने कम शब्दों में भी आपने गंभीर विचारों को प्रेषित करने में सफलता पाई है. बहुत सुंदर प्रस्तुति. बधाई.

ऋता शेखर 'मधु' Sun Feb 05, 08:44:00 am  

चाह अवश्य मुकम्मल हों...शुभकामनाएँ!!
सुंदर भावपूर्ण हाइकु!

पी.सी.गोदियाल "परचेत" Sun Feb 05, 09:10:00 am  

बहुत सुन्दर, वैसे सच्चाई यह है कि छतीस का जोड़ा अगर पीठ घुमाने लगे तो अंगरेजी का आठ नजर आता है, तभी तो बुढापे को भी बचपन की तरह देखा जाता है :) ,हाँ,समन्वय से बेहतर और क्या हो सकता है !

डॉ टी एस दराल Sun Feb 05, 09:19:00 am  

आज वैवाहिक वर्षगांठ है या जन्मदिन या दोनों ?
बधाई और शुभकामनायें ।

vidya Sun Feb 05, 10:10:00 am  

वाह संगीता जी...
बहुत सुन्दर..
हायेकु में भावनाएं भरना आसान नहीं..
मगर आपके लिए क्या मुश्किल है...
३६ के आंकड़े को पाना भी नहीं :-)

शुभकामनाएँ

Amrita Tanmay Sun Feb 05, 10:50:00 am  

मुकम्मल हाइकु .अत्यंत सुन्दर ..

मेरा मन पंछी सा Sun Feb 05, 11:43:00 am  

पुरे जीवन का सार कहकर आगामी जीवन की सुन्दर कल्पना भी कर दी है हाइकु में||अत्यंत सुन्दर हाइकु||

संगीता स्वरुप ( गीत ) Sun Feb 05, 12:23:00 pm  

डा0 दराल

अब जन्मदिन तो हो नहीं सकता ...बाकी आप समझदार हैं ।

सभी पाठकों का आभार

vandana gupta Sun Feb 05, 01:08:00 pm  

वैवाहिक वर्षगांठ की हार्दिक शुभकामनायें

करते दुआ
तिरसठ की चाह
हो मुकम्मल

षष्ठी पूर्ति
मने सबके संग
हो आनन्द

हर्षित मन
रौशन नेह दीप
खिले बसंत

आपके हाइकू देख मन मे आया एक कोशिश की जाये और आपको इसी विधा मे शुभकामनायें दी जायें ……आज का यही उपहार है आपको मेरी तरफ़ से :))))

दिगम्बर नासवा Sun Feb 05, 01:17:00 pm  

तिरसठ और छत्तीस .... उलट फेर है कुछ ...जो भी है उसकी बधाई ... और ये विधा तो आपके हाथों जैसे खिलौना ...

रेखा श्रीवास्तव Sun Feb 05, 01:52:00 pm  

bahut sundar 63 aur 36 ke samanvay kee haaikoo apane soch ko bahut achchhe se ujagar kar rahi hai. bahut sundar dhang se prastut kiya.
aabhar.

राजेश उत्‍साही Sun Feb 05, 02:08:00 pm  

इस छत्‍तीस के लिए छत्‍तीस तरह की शुभकामनाएं स्‍वीकार करें।

प्रतिभा सक्सेना Sun Feb 05, 02:16:00 pm  

63 और 36 समय-समय की बात ,हम सबकी शुभ-कामना रहे दोंनो के ही साथ!

अरुण कुमार निगम (mitanigoth2.blogspot.com) Sun Feb 05, 02:22:00 pm  

छत्तीस का तिरसठ होना , बात है नसीब की
दुवाएं काम आती हैं , इसमें तो हबीब की.
पाँच - सात - पाँच में जो ख्वाब हैं बुने हुए
ताबीर ख्वाबों को मिले, दुवा है एक गरीब की.

Sadhana Vaid Sun Feb 05, 02:52:00 pm  

अर्थपूर्ण बेहतरीन हाईकू ! यह छत्तीस सदैव तिरसठ ही बना रहे और समन्वय का संतुलन कभी ना डगमगाए यही शुभकामना है ! बहुत सुन्दर !

लोकेन्द्र सिंह Sun Feb 05, 03:28:00 pm  

लगता है आज आपके विवाह की छत्तीसवीं वर्षगांठ है। बधाई हो। उक्त सुन्दर और सारगर्भित पंक्तियों के लिए भी।

Pallavi saxena Sun Feb 05, 04:45:00 pm  

63 और 36 समय-समय की बात ,हम सबकी शुभ-कामना रहे दोंनो के ही साथ!बहुत सुंदर और सार्थक हाईकू...

पी.सी.गोदियाल "परचेत" Sun Feb 05, 05:05:00 pm  

Congratulation and many happy returns of the day Sangeeta ji !

Suman Sun Feb 05, 07:26:00 pm  

सोचती हूँ मैं
छत्तीस का आंकड़ा
फिराए पीठ |
arthpurn rachna badhai ho ....

sangita Sun Feb 05, 10:14:00 pm  

bhut sari bdhaiyan....................

Vaanbhatt Sun Feb 05, 10:56:00 pm  

हार्दिक शुभकामनायें...३६ सालों के लिए...३६ का ६३ बनना भी मुकम्मल है...क्योंकि तब तक दोनों एक-दूसरे को भली भाँति जान चुके होते हैं...वानप्रस्थ की राह भी सहज बन जाती है...आंकड़ों का बढ़िया खेल...हाइकु में..

असली ६३ और ३६ हिंदी गिनतियों में ही बनता है...

अनामिका की सदायें ...... Sun Feb 05, 11:32:00 pm  

बीता समय
तिरसठ की चाह
मुक्कमल हो |

bhagwan se prarthana hai ye 63 ki chaah awashy puri ho.

MANY MANY HAPPY RETURNS OF THE DAY.

(SORRY FOR LATE)

मनोज कुमार Sun Feb 05, 11:37:00 pm  

हाइकु में आपने महारत हासिल कर ली है। कम शब्दों में मन की बातें किस खूबी से इस विधा में उतारी जा सकती है वह इन हाइकु में देखा जा सकता है।
***
अगर मैं ग़लत नहीं हूं तो आज शुभ दिन है ... और मैं कह सकता हूं ...
MANY HAPPY RETURNS OF THE DAY!

वैवाहिक प्रेम आपका घर कभी न छोड़े और खुशियां हमेशा वहां टिकी रहें ।

M VERMA Mon Feb 06, 06:22:00 am  

बहुत सुन्दर ..

M VERMA Mon Feb 06, 06:22:00 am  

बहुत सुन्दर ..

विभा रानी श्रीवास्तव Mon Feb 06, 07:02:00 am  

(SORRY FOR LATE) "..... :( " MANY MANY HAPPY RETURNS OF THE DAY..... :):) " thode me bahut jyaadaa likh din aapne.... !!

shikha varshney Mon Feb 06, 03:16:00 pm  

जब ३६ का आंकड़ा निकल ही गया तो ६३ भी जरुर आ ही जायेगा.:)
गज़ब लिखा है.

कुमार राधारमण Mon Feb 06, 04:22:00 pm  

वसंत भी था
समायोजन यह
पतझड़ भी!

Anonymous Mon Feb 06, 04:50:00 pm  

बहुत सुंदर, हाइकु ....

पूनम श्रीवास्तव Mon Feb 06, 08:32:00 pm  

di
aapko bahut bahut hi hardik badhai
ye jivan yun hi chalta rahe nirantar---
poonam

Urmi Tue Feb 07, 12:43:00 pm  

कोई भी काम नामुमकिन नहीं होता! चाहने से हर मुश्किल काम आसान हो जाता है! बहुत सुन्दर हाइकु!

सदा Wed Feb 08, 04:21:00 pm  

वाह ...बहुत ही अच्‍छी प्रस्‍तुति ।

Asha Joglekar Wed Feb 08, 07:39:00 pm  

तिरसठ और छत्तीस को लेकर सुंदर हाइकू बनाए,
विवाह की वर्षगांठ पर हार्दिक शुभ कामनाएं ।

वाणी गीत Fri Feb 10, 08:56:00 am  

वैवाहिक वर्षगाँठ की बहुत शुभकामनायें !
छत्तीस के आंकडें में भी छत्तीस का समन्वय बना रहता है !

Minakshi Pant Sat Feb 11, 05:46:00 pm  

एक सकारात्मक सोच को लेकर आगे बढते कदम |
सुन्दर रचना |

Naveen Mani Tripathi Sat Feb 11, 11:09:00 pm  

bahut hi sundar ...sundar drishyon ke sath apne mukammal mukam tk pahuchati rachana.....badhai Sangeeta ji.

अजित गुप्ता का कोना Wed Feb 15, 05:33:00 pm  

देर से आयी हूं, कारण बाहर थी। आपको विवाह की वर्षगांठ की ढेरों बधाई।

Rachana Thu Feb 16, 06:39:00 am  

manoram hai ku .kamal hai ek shabd se itne sunder haiku
badhai
rachana

हरकीरत ' हीर' Sun Feb 19, 07:36:00 pm  

छतीस साल
तिरसठ की चाह
माज़रा क्या ?

Dr.NISHA MAHARANA Sun Feb 19, 11:39:00 pm  

आगे का वक्त
समन्वय करते
गुजारें हम |waah bdi achchi chah hai sangeeta jee bahut hi achchi bahut-bahut shubhkamna.

वन्दना अवस्थी दुबे Mon Feb 20, 11:50:00 pm  

क्या बात है संगीता जी!!! कमाल हाइकू लिखती हैं आप!!!

Aruna Kapoor Tue Feb 21, 04:40:00 pm  

आगे का वक्त
समन्वय करते
गुजारें हम |

...बहुत सुन्दर हाईकू!...सभी बहत सुन्दर और अर्थपूर्ण है...बधाई!

सुधाकल्प Tue Feb 21, 10:15:00 pm  

भावभरे सुंदर हाइकू !

डॉ. नूतन डिमरी गैरोला- नीति Wed Feb 22, 12:18:00 am  

हाइकू आपके पहली बार पढ़े... बहुत सुन्दर लगे...

मेरे भाव Wed Feb 22, 05:49:00 pm  

आपके विचार से प्रभावित हूँ...

Udan Tashtari Sun Feb 26, 06:22:00 pm  

बढ़िया हाईकु...आगे का वक्त गुजरेगा समन्वय में जी.

Dr.Bhawna Kunwar Mon Feb 27, 04:47:00 am  

Lmbi bimari ke baad aap sabko padhne ka avsar mila...Bahut khub likha hai...

Dr.Ashutosh Mishra "Ashu" Wed Feb 29, 07:23:00 pm  

gagar me sagar...holi ke rango see bibidhata liye...sadar badhayee aaur holi kee dher sari shubkehkamnaon ke sath

Dr (Miss) Sharad Singh Fri Mar 02, 04:37:00 pm  

बहुत सुंदर मर्मस्पर्शी हाईकू...
हार्दिक बधाई..

Ankur Jain Mon Mar 05, 03:44:00 pm  

seedhi bhasha me gahri vicharabhivyakti...ati sundar

Ankur Jain Mon Mar 05, 03:50:00 pm  

रिश्तों का परिचय खूबसूरती से दिया है आपने...होली की शुभकामनायें

पी.एस .भाकुनी Tue Mar 06, 02:14:00 pm  

.कमाल के हाइकू, स:परिवार होली की हार्दिक शुभकानाएं......

धीरेन्द्र सिंह भदौरिया Wed Mar 07, 12:36:00 pm  

बहुत सुंदर हाइकू प्रस्तुति,
होली की बहुत२ बधाई शुभकामनाए...संगीता जी

RECENT POST...काव्यान्जलि ...रंग रंगीली होली आई,

Rajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकार Wed Mar 07, 05:03:00 pm  

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आपके हाइकु (हाईकू) ध्यान खींचने में सफल होते हैं

Rajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकार Wed Mar 07, 05:03:00 pm  

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♥ होली ऐसी खेलिए, प्रेम पाए विस्तार ! ♥
♥ मरुथल मन में बह उठे… मृदु शीतल जल-धार !! ♥



आपको सपरिवार
होली की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं !
- राजेन्द्र स्वर्णकार
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Dr (Miss) Sharad Singh Wed Mar 07, 11:41:00 pm  

रंगपर्व पर आपको ढेरों शुभकामनाएं...

PRIYANKA RATHORE Wed Mar 14, 05:41:00 pm  

waah ... bahut khoob... aabhar

Surendra shukla" Bhramar"5 Wed Mar 21, 09:30:00 pm  

आदरणीया संगीता जी बहुत सुन्दर गागर में सागर भरना तो आप की प्रधानता है ...बहुत शुभ कामनाये सब कुछ सुन्दर बीत जाए ..३६ का आंकड़ा न रहे कभी
भ्रमर ५

Surendra shukla" Bhramar"5 Wed Mar 21, 09:32:00 pm  

आदरणीया संगीता जी बहुत सुन्दर गागर में सागर भरना तो आप की प्रधानता है ...बहुत शुभ कामनाये सब कुछ सुन्दर बीत जाए ..३६ का आंकड़ा न रहे कभी
भ्रमर ५

Pawan Kumar Thu Mar 22, 05:40:00 pm  

इस प्रस्तुति में एक भावुक लगाव है..... हाइकू के माध्यम से भावनाएं इज़हार करना का आभार.

डॉ. नूतन डिमरी गैरोला- नीति Thu Mar 22, 11:01:00 pm  

बहुत सुन्दर हाइकू और मतलब बहुत शानदार जानदार

Dinesh pareek Fri Mar 23, 10:04:00 am  

बहुत बहुत धन्यवाद् की आप मेरे ब्लॉग पे पधारे और अपने विचारो से अवगत करवाया बस इसी तरह आते रहिये इस से मुझे उर्जा मिलती रहती है और अपनी कुछ गलतियों का बी पता चलता रहता है
दिनेश पारीक
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