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पलाश

>> Friday, 18 March 2011




पलक पर जमी 
शबनम की बूंद को 
तर्जनी पर ले कर 
जैसे ही तुमने चूमा 
मेरी आँखों में 
न जाने कितने 
पलाश खिल गए ....


79 comments:

रश्मि प्रभा... Fri Mar 18, 11:30:00 am  

अब और किसी रंग की क्या ज़रूरत ! ..... एक चुटकी अबीर आपको

ashish Fri Mar 18, 11:34:00 am  

मुबारक हो पलाश की गमक और आँखों की चमक . रंग पर्व की शुभकामनाये .

ब्लॉ.ललित शर्मा Fri Mar 18, 11:35:00 am  

न जाने कितने
पलाश खिल गए
धरती पर रंग
सारे बिखर गए।

सुंदर कविता

पी.सी.गोदियाल "परचेत" Fri Mar 18, 11:38:00 am  

बहुत सुन्दर , इन पलासों के रंग संग आपको होली की हार्दिक शुभकामनाये !

पी.एस .भाकुनी Fri Mar 18, 11:41:00 am  

पलक पर जमी.......पलाश खिल गए ....
वाह ! सुंदर पंक्तियाँ !
होली कि हार्दिक शुभकामनाएं सपरिवार ........

सदा Fri Mar 18, 11:49:00 am  

बहुत खूब ...।

Urmi Fri Mar 18, 11:56:00 am  

बहुत सुन्दर पंक्तियाँ!
आपको एवं आपके परिवार को होली की हार्दिक शुभकामनायें!

Er. सत्यम शिवम Fri Mar 18, 12:04:00 pm  

इस रंग से गहरा भला और कौन रंग होगा...बेहतरीन रचना।

OM KASHYAP Fri Mar 18, 12:28:00 pm  

आप सभी को होली की हार्दिक शुभकामनाये

Sadhana Vaid Fri Mar 18, 12:49:00 pm  

कोमल अनुभूतियों से सजी और प्रेम पगी बहुत ही सुन्दर क्षणिका ! मन में अनुराग के कई रंग संजो गयी ! आपको होली की हार्दिक शुभकामनायें !

Dr (Miss) Sharad Singh Fri Mar 18, 01:23:00 pm  

जैसे ही तुमने चूमा
मेरी आँखों में
न जाने कितने
पलाश खिल गए ....

बहुत सुन्दर ....एक-एक शब्द भावपूर्ण ..
रंगपर्व होली पर असीम शुभकामनायें !

Kailash Sharma Fri Mar 18, 01:26:00 pm  

बहुत खूब! होली की हार्दिक शुभकामनायें!

shikha varshney Fri Mar 18, 01:50:00 pm  

होली का रंग चढ़ रहा है ...फूल खिले हैं गुलशन गुलशन .हर भाव सुन्दर बहुत प्यारी पंक्तियाँ.

sonal Fri Mar 18, 02:03:00 pm  

chalo ab is palash ke rang se manayenge holi

Anonymous Fri Mar 18, 02:21:00 pm  

संगीता जी,

वाह......बहुत शानदार .....छोटी सी रचना कितना गहरा असर.....सुन्दर .....आपको और आपके परिवार को रंगों के त्यौहार की बधाई|

अजित गुप्ता का कोना Fri Mar 18, 02:44:00 pm  

होली पर ऐसी रूमानियत आ ही जाती है। काश ऐसा हो?

रंजू भाटिया Fri Mar 18, 02:49:00 pm  

वाह बहुत सुन्दर पंक्तियाँ

प्रवीण पाण्डेय Fri Mar 18, 03:15:00 pm  

और होली सार्थक हो गयी।

Suman Fri Mar 18, 03:30:00 pm  

bahut khubsurat bhav......
holi ki hardik shubhkamanaye........

मंजुला Fri Mar 18, 03:32:00 pm  

सुन्दर पन्तिया ....
आपको होली की बहुत सारी शुभकामनाये

संध्या शर्मा Fri Mar 18, 03:37:00 pm  

जैसे ही तुमने चूमा
मेरी आँखों में
न जाने कितने
पलाश खिल गए ....

बहुत सुन्दर .... भावपूर्ण प्रस्तुति ..
रंगपर्व होली पर आपको व आपके परिवार को असीम शुभकामनायें

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' Fri Mar 18, 04:28:00 pm  

बहुत सुन्दर रचना!
--
उनको रंग लगाएँ, जो भी खुश होकर लगवाएँ,
बूढ़ों और असहायों को हम, बिल्कुल नहीं सताएँ,
करें मर्यादित हँसी-ठिठोली।
आओ हम खेलें हिल-मिल होली।।
--
होलिकोत्सव की सुभकामनाएँ!

Aruna Kapoor Fri Mar 18, 04:43:00 pm  

...मनमोहक शब्दों ने रंग डाला मन....होली बहुत बहुत मुबारक!

Er. सत्यम शिवम Fri Mar 18, 05:30:00 pm  

आपकी उम्दा प्रस्तुति कल शनिवार (19.03.2011) को "चर्चा मंच" पर प्रस्तुत की गयी है।आप आये और आकर अपने विचारों से हमे अवगत कराये......"ॐ साई राम" at http://charchamanch.blogspot.com/
चर्चाकार:Er. सत्यम शिवम (शनिवासरीय चर्चा)

डॉ टी एस दराल Fri Mar 18, 05:37:00 pm  

बूँद जो बन गई पलाश ! वाह , बेहतरीन ।

केवल राम Fri Mar 18, 07:12:00 pm  

गहन भावाभियक्ति ...आपको होली की हार्दिक शुभकामनायें

डॉ. मोनिका शर्मा Fri Mar 18, 08:00:00 pm  

मेरी आँखों में
न जाने कितने
पलाश खिल गए ....

बड़ी प्यारी मनभावन पंक्तियाँ ..........होली की हार्दिक शुभकामनायें

मनोज कुमार Fri Mar 18, 08:52:00 pm  

पलाश के रंग को टेसुआ रंग कहते हैं।
और अगर बह जाता तो कहते .. टेसुआ बहाते हैं।
कितना अंतर आ जाता है. है ना?
होली है!!

धीरेन्द्र सिंह Fri Mar 18, 08:59:00 pm  

होली के अवसर पर होली खेलने के इस नायाब अंदाज़ का क्या कहना. इस खिले पलाश तक तो मैं अभी तक पहुँच ही नहीं पाया अभी तक तो मैं तर्जनी पर शबनम की बूँद को ही देख रहा हूँ. कभी-कभी कुछ पल कितनी मजबूती से बाँध लेते हैं.

Deepak Saini Fri Mar 18, 10:10:00 pm  

गहन भावाभियक्ति
होली की हार्दिक शुभकामनाये !

संगीता स्वरुप ( गीत ) Fri Mar 18, 10:43:00 pm  

सभी पाठकों का हृदय से आभार ....और सबको होली की शुभकामनायें ..


@@@ मनोज जी ,

टेसुआ बहाना ...यह मुझे पता था इसी लिए टेसू खिल गए नहीं लिखा :):) वरना तो वाकई टेसुआ बहाने वाली बात हो जाती :):)

होली मुबारक

अरुण चन्द्र रॉय Fri Mar 18, 10:58:00 pm  

पलाश शब्द अपने आप में एक कविता है... बहुत सुन्दर कविता

राज भाटिय़ा Fri Mar 18, 11:27:00 pm  

होली की बहुत-बहुत शुभकामनाएँ!

Dr Varsha Singh Fri Mar 18, 11:44:00 pm  

जैसे ही तुमने चूमा
मेरी आँखों में
न जाने कितने
पलाश खिल गए ....

कमाल के भाव लिए है रचना की पंक्तियाँ .......
आपको होली की बहुत सारी शुभकामनाये.

kshama Sat Mar 19, 12:27:00 am  

Ye nanhee-see rachana behad nyaree aur pyaree hai!
Holee kee dheron shubhkamnayen!

ज्योति सिंह Sat Mar 19, 12:38:00 am  

khoobsurat bahut hi ,holi ki badhai aapko .

निर्मला कपिला Sat Mar 19, 09:26:00 am  

चंद शब्दों मे पूरा जीवन जी लिया। अति सुन्दर। आपको सपरिवार होली की हार्दिक शुभकामनायें।

udaya veer singh Sat Mar 19, 09:31:00 am  

bahut marmik dil ki gahrayiyon ko chhuti rachna aatm vibhor kar gayi .
holi ki shubh kamnaon ke sath
sadar bandan .

Satish Saxena Sat Mar 19, 10:02:00 am  

शुभकामनायें होली पर...

Unknown Sat Mar 19, 10:05:00 am  

भजन करो भोजन करो गाओ ताल तरंग।
मन मेरो लागे रहे सब ब्लोगर के संग॥


होलिका (अपने अंतर के कलुष) के दहन और वसन्तोसव पर्व की शुभकामनाएँ!

ताऊ रामपुरिया Sat Mar 19, 11:25:00 am  

अत्यंत खूबसूरत, होली पर्व की घणी रामराम.

अजय कुमार Sat Mar 19, 12:19:00 pm  

ये प्यार यूं ही बना रहे ।

सुरक्षित , शांतिपूर्ण और प्यार तथा उमंग में डूबी हुई होली की सतरंगी शुभकामनायें ।

vandana gupta Sat Mar 19, 12:23:00 pm  

बस यही महक बनी रहनी चाहिये……………चंद पंक्तियों मे बेहद नाज़ुक अभिव्यक्ति…………आपको और आपके पूरे परिवार को होली की हार्दिक शुभकामनाएँ।

उपेन्द्र नाथ Sat Mar 19, 01:34:00 pm  

खूबसूरत भाव........
आपको होली की बहुत सारी शुभकामनाये.

Kunwar Kusumesh Sat Mar 19, 01:44:00 pm  

हफ़्तों तक खाते रहो, गुझिया ले ले स्वाद.
मगर कभी मत भूलना,नाम भक्त प्रहलाद.

होली की हार्दिक शुभकामनायें.

निवेदिता श्रीवास्तव Sat Mar 19, 04:43:00 pm  

होली के सारे ही रंग आ गये ....
मुबारक.....

M VERMA Sat Mar 19, 07:50:00 pm  

पलाश यूँ ही खिलते रहें
होली की हार्दिक शुभकामनाएँ

रचना दीक्षित Sat Mar 19, 11:29:00 pm  

सुन्दर रचना. मैं तो नहा गई इस पलाश के रंग में......

आपको सपरिवार होली की हार्दिक शुभकामनायें।

palash Sun Mar 20, 01:16:00 am  

its very good poem ..
and also i am feeling proud to read "palash"
होली की हार्दिक शुभकामनाएं|

कविता रावत Sun Mar 20, 08:50:00 am  

बहुत सुन्दर प्रस्तुति
आपको सपरिवार होली की हार्दिक शुभकामनाएं

Dr Xitija Singh Sun Mar 20, 09:46:00 am  

आपको सपरिवार होली की हार्दिक शुभकामनाएं

वन्दना अवस्थी दुबे Sun Mar 20, 04:00:00 pm  

रंग-पर्व पर हार्दिक बधाई.

Dorothy Sun Mar 20, 04:07:00 pm  

नेह और अपनेपन के
इंद्रधनुषी रंगों से सजी होली
उमंग और उल्लास का गुलाल
हमारे जीवनों मे उंडेल दे.

आप को सपरिवार होली की ढेरों शुभकामनाएं.
सादर
डोरोथी.

मीनाक्षी Sun Mar 20, 04:22:00 pm  

होली के शुभ अवसर पर पलाश के रंग मुबारक हों..आप की हर रचना स्वाति नक्षत्र की बूँद जैसी खूबसूरत...भावपूर्ण...

Vaanbhatt Sun Mar 20, 04:45:00 pm  

shukriya uska jisne chumne ko shabnam diye...palash to return gift tha...

Indranil Bhattacharjee ........."सैल" Sun Mar 20, 06:15:00 pm  

बेहतरीन पंक्तियाँ !
आपको एवं आपके परिवार को होली की हार्दिक शुभकामनायें!

डॉ० डंडा लखनवी Mon Mar 21, 12:41:00 am  

प्रशंसनीय.........लेखन के लिए बधाई।
========================
निखरती रहे वह सतत काव्य-धारा।
जिसे आपने कागजों पर उतारा॥
========================
होली मुबारक़ हो। सद्भावी -डॉ० डंडा लखनवी

amar jeet Mon Mar 21, 11:52:00 am  

बहुत सुंदर रचना आपको होली पर्व की बधाई हो

सुरेन्द्र सिंह " झंझट " Mon Mar 21, 12:35:00 pm  

अति सुन्दर ..
रंगपर्व होली की बहुत-बहुत हार्दिक शुभकामनायें |

लोकेन्द्र सिंह Tue Mar 22, 12:32:00 am  

बहुत ही खूब रहा आपका ये अंदाजे बयां.....

सु-मन (Suman Kapoor) Wed Mar 23, 01:13:00 pm  

WAH..

TERE RANG ME RANG JANE KE BAAD KISI AUR RANG KI CHAH NAHI...

sumeet "satya" Thu Mar 24, 03:10:00 am  

बहुत सुन्दर पंक्तियाँ!
Behtareen rachana

Asha Lata Saxena Thu Mar 24, 11:18:00 am  

बहुत सुन्दर |
बधाई
आशा

pragya Thu Mar 24, 12:26:00 pm  

ख़ूबसूरत और touching....पढ़कर अपने-आप ही मुस्कान आ गई होठों पर...

amrendra "amar" Thu Mar 24, 01:55:00 pm  

न जाने कितने
पलाश खिल गए
धरती पर रंग
सारे बिखर गए।

सुंदर कविता

kavita verma Sun Mar 27, 12:56:00 pm  

aapki kavita padh palash hamare man me bhi khil gaye...sunder...

ZEAL Sun Mar 27, 02:34:00 pm  

wow ....Beautiful lines ..

RADHIKA Mon Mar 28, 09:37:00 am  

वाह वाह वाह वाह वाह वाह और क्या कहूँ ,बहुत ही सुंदर अभिव्यक्ति बहुत कम शब्दों में

वन्दना महतो ! (Bandana Mahto) Fri Apr 01, 06:53:00 pm  

कम शब्दों में कितना अच्छा लिख दिया आपने.....

Surendra shukla" Bhramar"5 Fri Apr 15, 10:22:00 pm  

आदरणीया संगीता जी नमस्कार छोटी पर बहुत सुंदर पंक्तियाँ प्यार की असीम दास्ताँ को परिलक्षित करती और साथ में सुंदर तत्संबंधित छवियाँ खुद ही सब बोल दे रही हैं -बधाई हो
सुरेन्द्र कुमार शुक्ल भ्रमर5

Unknown Sun Feb 21, 03:53:00 pm  

मेरी आँखों में
न जाने कितने
पलाश खिल गए ....
वाह । वाह ।

संगीता स्वरुप ( गीत ) Sun Feb 21, 04:03:00 pm  

ये पलाश चाहने वालों की आंखों में खिलने चाहियें । शुक्रिया ।

रफ़्तार

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