बादल ....और ..आसमां
>> Wednesday, 10 November 2010
उदासी के बादल
छा गए हैं
मेरे ज़िंदगी के
फ़लक पर
अब कुछ
बरसें
तो उजला
आसमां हो ...
खलिश होती है तो यूँ ही बयां होती है , हर शेर जैसे सीप से निकला हुआ मोती है
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48 comments:
उदासी है न, बरस ही जायेगी...:)
होता है ऐसा कभी कभी……………चंद लफ़्ज़ों मे ही हाल कह दिया……………बहुत सुन्दर भावाव्यक्ति।
संगीता जी, गागर में सागर भर दिया है आपने। बधाई।
---------
इंटेलीजेन्ट ब्लॉगिंग अपनाऍं, बिना वजह न चिढ़ाऍं।
बादलों की तो तबीयत ही आवारा होती है, कभी इधर कभी उधर, सबर रखिये, अपने आप ही उड़ कर कही और चले जाएंगे, तब तक आप एक दो कविताएँ और निकाल लें उस से, कवियों के लिए उदासी वैसे भी भरपूर अवसर होता है, इसलिए हे पार्थ ! इसे व्यर्थ न करो ! अवसर को भुनाओ पार्थ ! भुनाओ ... !
बढिया अभिव्यक्ति, लिखते रहिये ....
कम शब्दों में जिंदगी का एक बड़ा यथार्थ सिमट आया है...बहुत खूब।
उफ़ खुदारा ! कितना बरसाओगी ? बरस जायेगा कब तक टिकेगा?और आस्मां तो उजला ही है बस नजरें बदल कर देखिये ,नज़ारे बदल जायेंगे :)
हमेशा की तरह बिहारी टाइप पंक्तियाँ दी !
बादल बनते है तो देर सवेर बरस ही जाते हैं !!
ख़ुशी की बयार चलेगी तो उदासी के बादल छट जायेंगे . ऐसे कहो बादलों से जाने को तो नट जायेंगे
कम शब्दों में सच्ची बात,बहुत अच्छी लगी
बरसो रे मेघा बरसो।
आपकी कविता ने मेरी लिखी कुछ पंक्तियाँ, मुझे याद दिला दी....
"दुखों के साथ,
रिश्ता मेरा पुराना है,
तुम साथ चलो,
ये फैसला तुम्हारा है,
आज फिर दिल भर आया,
इन बूंदों का आँखों से,
रिश्ता कोई पुराना है."
सुन्दर रचना के लिए आपका आभार.
बस एक ख़ुशी का झोंका... और ये बदल छंट जाएंगे ... ये ही जीवन है ...
udaasi ke baadal tikte nahi hamesha,
unhe to ek din chatna hi hota hain,aur jis din yeh chatenge us din bas charo aur ujaala hi ujaala hoga.
bahut sundar likha aapne.
mera ek aur blog bhi hain uska link de rahi hun kabhi waqt mile to zaroor aaye.
http://kisseaurkahaniyonkiduniya.blospot.com
कम शब्दों में जिंदगी का यथार्थ
....बढिया अभिव्यक्ति के लिए आपका आभार
बरस कर सब शांत हो जाएगा....ये तो आना जाना है।
जल्दी बरसाइये इन बादलों को वर्ना और बोझ बढ़ जाएगा....उफ़...फिर क्या होगा ???
:):):)
अच्छे भाव जगाती पंक्तियां..शुभकामनाएं..
मौसम आने जाने हैं
बादल छट जायेंगे....
अश्रु बूंदों के बीच से
इन्द्रधनुष खिल जायेंगे!!!!
sundar!
अंतर्मन की गहराईयों की खूबसूरत अभिव्यक्ति. आभार
सादर,
डोरोथी.
बहुत सुंदर अभिव्यक्ति, चंद शब्दों में इतनी गहरी बात कहने का गुण आपमें ही है.
वाह क्या पंक्ति लिखी है आपने. लाजवाब.
वाह क्या बात है...........
सुन्दर अभिव्यक्ति....
जीवन का यथार्थ अभिव्यक्त किया है आपने ...शुभकामनायें
बहुत ही सुन्दर पँक्तियाँ हैँ और लाजबाव प्रस्तुति के लिए आभार दी।
बादलों की नमी समेटे पंक्तियाँ।
well composed di,
jab badal chha hi gaye hain to barsenge bhi
आजकी रचना सच में गागर में सागर सी बात ही है ...कम शब्दों में बहुत बड़ी बात समेट ली आपने
:) as usual great...luv u
ye kvita aapki udas bhavnao ki nmi ko shiddt se mhsoos kra rhi hai . is nmi ko aap hi door kr skti hai to fir der kis bat ki . mai mutmeen hu subah hogi jroor hogi . aameen .
barsenge jarur barsenge.. Love u masi
.
चंद शब्दों में इतनी गहरी बात कहने का गुण आपमें ही है...
I agree with Rekha ji.
.
संगीता जी, हमारे रहते आखिर आप उदास ही क्यों हैं?
देखन में छोटें लगें,घाव करें गंभीर!...बहुत कुछ कहती पंक्तियाँ!
सादर.
अच्छे भाव...सुन्दर कविता..गागर में सागर !
उपयोगी पोस्ट सुन्दर रचना!
इसकी चर्चा यहाँ भी है-
http://charchamanch.blogspot.com/2010/11/335.html
kam shabdon mein bhaavpurn rachna, shubhkaamnaayen.
इसे कहते हैं 'भावों की दरियादिली और लफ्जो की कंजूसी'
बेहतरीन
हाँ ........... सत्य व सुन्दर रचना
chahker ye aankhen nahi chhalakti
naa dard jard jata hai
per sach hai
khuda hamesha paas hota hai
घुट जाता है जब दिल घने बादलों की तरह ,
बरस आती हैं आँखें बारिश की बूंदों की तरह ..
wow!....kya baat hai!...jarur jarur barsebgenge!..sundar rachana!
ये बादल तो बरसने के लिए ही होते हैं ... बरस जाते हैं ...
संगीता जी कितनी सुंदर सुंदर प्यारी प्यारी कविताएँ हैं आपकी ,और कितना मंजा हुआ ! सुघड़ हांथो से रचा हुआ ! आज तो मै धन्य हो गई !चित्र भी एक से बढकर एक ! मार्ग दर्शनाभिलाषी हूँ !
सुन्दर अभिव्यक्ति.
गागर में सागर जैसी सार्थक अभिव्यक्ति. अच्छी लगी कविता. बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं .
उदासी के बादल जब छंट जाते हैं तो सूरज की रौशानी आसमान को उजला कर देती है..सब साफ़-साफ़ नज़र आने लगता है...संगीताजी,बधाई!
उदासी के बादल जरूर बरसेंगे, पर इन के बीच ही कहीं खुशियों का इन्द्रधनुष भी छुपा है..उसे देखिये
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