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आघात

>> Thursday, 16 October 2008

जिसने भी तुम पर यूँ आघात किया होगा ,
वो भी न जाने कितनी मौत मरा होगा,
अगर सजा दिए थे उसने प्यार,विश्वास और अपनेपन के फूल,
तो यकीं मानो दोस्त, वो भी रातों में उठ कर रोया होगा।

2 comments:

श्यामल सुमन Fri Oct 17, 06:21:00 am  

जिसने भी तुम पर यूँ आघात किया होगा ,
वो भी न जाने कितनी मौत मरा होगा,
कहते हैं कि-

मरने से पहले मरते सौ बार हम जहाँ में।
चाहत बिना भी सच का पडता गला दबाना।।

सादर
श्यामल सुमन
09955373288
मुश्किलों से भागने की अपनी फितरत है नहीं।
कोशिशें गर दिल से हो तो जल उठेगी खुद शमां।।
www.manoramsuman.blogspot.com

अनामिका की सदायें ...... Thu Apr 16, 12:19:00 pm  

Mere marne se pehle
mujhe ek baar choom lena
apne sine se laga..
pyar,vishwas aur
apnepan k fool saja dena..
chain paa jayegi bas
itne me hi meri rooh
har aghaat k daag
fir me mita lunga..!!

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